देवब्रत मंडल
गया जंक्शन से हावड़ा के लिए चलने वाली गया-हावड़ा वंदे भारत एक्सप्रेस के यात्रियों के लिए गया जंक्शन पर कोई सुविधा उपलब्ध नहीं है। कड़ी धूप हो या फिर बरसात। बगैर यात्री शेड के प्लेटफार्म नंबर 1/C से खुलने वाली इस अत्याधुनिक सुविधाओं से परिपूर्ण महत्वपूर्ण ट्रेन वंदे भारत एक्सप्रेस के यात्रियों को किस प्रकार की मुश्किलों का सामना करना पड़ता है यह अहसास करने की जरूरत है।
न तो यात्री शेड और न वाटर बूथ, पसीने से तरबतर दिखे यात्री
सोमवार को प्लेटफॉर्म संख्या 1/C से यह ट्रेन खुलने को तैयार थी। धूप तीखी थी। यात्रियों को इस ट्रेन के खुलने की सूचना प्रसारित की जा रही थी। कई यात्री दूसरे प्लेटफार्म से तो कई यात्री सीधे इसी प्लेटफॉर्म पर ट्रेन पकड़ने के लिए आ रहे थे। माथे पे पसीना और बदन भी पसीने से तरबतर यात्री अपने निर्धारित कोच के लिए इधर उधर कर रहे थे।
यात्रियों ने कहा-हमसे क्या पूछ रहे, खुद देख ही रहे हैं
जब एक दो यात्रियों से प्लेटफॉर्म पर सुविधा नहीं होने पर सवाल करना चाहा तो कहने लगे कि ट्रेन खुलने वाली है, इसलिए अभी मत कुछ पूछिए, नहीं तो ट्रेन छूट जाएगी। हालांकि उन्होंने कहा कि जब आप देख ही रहे हैं कि न शेड है और न शौचालय तो फिर पूछने जैसी बात ही क्या है।
मजदूर भी नौकरी के डर से कुछ कहना उचित नहीं समझते
इस प्लेटफॉर्म पर निर्माण कार्य जारी भी है लेकिन कोई मजदूर कैमरे के सामने आने से डरते हुए कहा कि आपको कुछ बोलेंगे तो कल से काम भी नहीं देंगे ठीकेदार। इस प्लेटफॉर्म पर शेड लगाने का काम चल रहा था लेकिन कबतक पूरा होगा किसी ने नहीं बताना उचित समझा।

प्लेटफॉर्म पर प्रसाधन के संसाधन भी नहीं
इस प्लेटफॉर्म पर किसी जगह पर वाटर बूथ भी नहीं है और न प्रसाधन के साधन। हालांकि प्लेटफॉर्म नंबर 1A और 1C के शुरुआत में एक शौचालय बना हुआ है लेकिन वो भी प्लेटफॉर्म के हिस्से में नहीं है। बहरहाल, गया जंक्शन को एयरपोर्ट जैसी सुविधाओं से युक्त करने की दिशा में कार्य कर रही एजेंसी(केपीसीएल) लगी हुई है लेकिन वंदे भारत एक्सप्रेस जैसी अत्याधुनिक सुविधाओं से लैश इस ट्रेन से सफर करने वाले यात्रियों के लिए यात्रा तो वर्तमान में कष्टदायक साबित हो रहा है।