देवब्रत मंडल

गया जंक्शन को 2026 में वर्ल्ड‑क्लास स्टेशन बनाने की तैयारी अब अंतिम चरण में है। पूर्व मध्य रेल के एजीएम अमरेंद्र कुमार ने बुधवार को ब्रांच अधिकारियों के साथ बैठक में बताया कि डेल्हा साइड का काम लगभग पूरा हो चुका है और मुख्य भवन का निर्माण तेज़ी से चल रहा है। लक्ष्य है कि स्टेशन पर पहुँचते ही यात्रियों को एयरपोर्ट जैसा अनुभव मिले।
यात्रियों के लिए विश्वस्तरीय सुविधा शामिल
गया जंक्शन का पुनर्विकास एक बड़े प्रोजेक्ट के रूप में आगे बढ़ रहा है। जिसमें आधुनिक इफ़्रास्ट्रक्चर, ग्रीन बिल्डिंग तकनीक और यात्रियों के लिए विश्व‑स्तरीय सुविधा शामिल है। यदि सब कुछ योजना के अनुसार रहा, तो 2026 में पूरी तरह से नया, चमकदार गया जंक्शन देख सकेंगे।
घूम-घूमकर अपर महाप्रबंधक ने लिया जायजा
अपर रेल महाप्रबंधक श्री कुमार गया जंक्शन पर जारी निर्माण कार्य का घूम घूमकर अवलोकन किया। साथ में मंडल रेल प्रबंधक, डीडीयू उदय सिंह मीणा, ब्रांच अधिकारी, गया जंक्शन के स्टेशन अधीक्षक विनोद कुमार सिंह समेत अन्य पदाधिकारी व पर्यवेक्षक भी थे।
कार्ययोजना पर की समीक्षात्मक बैठक

अपर रेल महाप्रबंधक अमरेंद्र कुमार यहां अधीनस्थ पदाधिकारियों, परियोजना से जुड़े अभियंता व पर्यवेक्षक स्तर के कर्मचारियों के साथ बैठक करते हुए परियोजना पर हो रहे कार्य और समय से इसे पूरा करने आदि बातों पर चर्चा करते हुए फीडबैक भी लिए।
प्रमुख सुविधाएँ जो मिलने वाली हैं
- पुरुष एवं महिला प्रतीक्षालय – आरामदायक बैठने की व्यवस्था
- वेटिंग हॉल – एसी और नॉन‑एसी दोनों विकल्प
- डिलक्स शौचालय व स्नानघर – स्वच्छता पर विशेष ध्यान
- प्लेटफ़ॉर्म – विस्तृत और ऊँचे, एस्केलेटर व लिफ्ट से जुड़े
- एयर कॉनकोर्स – बड़े खुला क्षेत्र, फूड कोर्ट और शॉपिंग स्टॉल
- वाय‑फ़ाय, चार्जिंग पॉइंट, टिकट वेंडिंग मशीन – डिजिटल सुविधाएँ
- पार्किंग – मल्टी‑स्टोरी या अंडरग्राउंड विकल्प पर विचार
इन सुविधाओं का उद्देश्य केवल रेल यात्रियों को ही नहीं, बल्कि पितृपक्ष मेले में आने वाले श्रद्धालुओं और पर्यटकों को भी लाभान्वित करना है। एजीएम ने निर्देश दिया है कि सभी काम अगले साल यानी 2026 तक पूर्ण कर लिया जाए, ताकि स्टेशन का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा भी संभव हो सके।
