
देवब्रत मंडल
गया। जिला एवं सत्र न्यायाधीश मदन किशोर कौशिक ने शुक्रवार को बाल सुधार गृह का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने वहां रह रहे बच्चों की स्थिति का जायजा लिया और उनके कल्याण के लिए कई महत्वपूर्ण निर्देश दिए।
निरीक्षण के दौरान जिला विधिक सेवा प्राधिकार के सचिव आशीष कुमार अग्निहोत्री, वरीय उप समाहर्ता टोनी कुमारी, सिविल सर्जन, एडिशनल डायरेक्टर, और बाल सुरक्षा इकाई की डीएसपी साक्षी राय भी मौजूद थीं।
न्यायाधीश कौशिक ने बच्चों के रहन-सहन, स्वास्थ्य और शिक्षा संबंधी व्यवस्थाओं की विस्तृत जानकारी ली। उन्होंने बाल सुधार गृह प्रशासन को निम्नलिखित निर्देश दिए:
- बच्चों के लिए व्यावसायिक प्रशिक्षण की व्यवस्था करना।
- बच्चों के पुनर्वास के लिए आवश्यक कदम उठाना।
- चिकित्सा सुविधाओं और शिक्षकों की उचित व्यवस्था सुनिश्चित करना।
- बच्चों की शैक्षिक और स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं को प्राथमिकता से हल करना।
न्यायाधीश ने कहा, “बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिए किसी भी प्रकार की कठिनाई नहीं आनी चाहिए। हमारा लक्ष्य है कि यहां रहने वाले हर बच्चे को बेहतर भविष्य के लिए तैयार किया जाए।”
यह निरीक्षण बाल सुधार गृह में रहने वाले बच्चों के कल्याण और विकास को सुनिश्चित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है। अधिकारियों ने आश्वासन दिया है कि दिए गए निर्देशों का पालन शीघ्र किया जाएगा।