देवब्रत मंडल
गया जंक्शन पर बुधवार को रेलवे सुरक्षा बल (RPF) ने बड़ी सतर्कता दिखाते हुए एक नाबालिग लड़की को सुरक्षित रेस्क्यू किया। झारखंड की रहने वाली यह लड़की घरवालों से नाराज होकर ट्रेन से भाग गई थी। समय रहते आरपीएफ को सूचना मिली और त्वरित कार्रवाई करते हुए उसे सुरक्षित बचा लिया गया।
कैसे हुई पूरी कार्रवाई?
गया आरपीएफ पोस्ट के निरीक्षक प्रभारी बनारसी यादव ने बताया कि बुधवार को डीडीयू सिक्योरिटी कंट्रोल से सूचना मिली थी कि गाड़ी संख्या 18624 हटिया-इस्लामपुर एक्सप्रेस के गार्ड ब्रेक के पास एक लड़की सामान्य कोच में यात्रा कर रही है, जो घर से नाराज होकर भागी हुई है। कंट्रोल से लड़की का फोटो भी प्राप्त हुआ, जिसके आधार पर आरपीएफ टीम ने तुरंत कार्रवाई शुरू की।
गया रेलवे स्टेशन पर जब यह ट्रेन प्लेटफार्म संख्या 06 पर पहुंची, तो उनि अजय तिग्गा, सउनि संजय कुमार सिंह और महिला आरक्षी नंदनी कुमारी की टीम ने तलाश शुरू की। गार्ड ब्रेक से सटे सामान्य कोच में लड़की की पहचान फोटो से मिलान करके की गई। पूछताछ में उसने स्वीकार किया कि वह घरवालों से नाराज होकर भागी थी।लड़की से पूछताछ के दौरान उसने अपने पिता का मोबाइल नंबर दिया, जिसके बाद आरपीएफ ने तुरंत उनके परिजनों को सूचित किया। परिजन जल्द ही गया जंक्शन पहुंच रहे हैं।
चाइल्ड हेल्प डेस्क को सौंपी गई जिम्मेदारी
आरपीएफ निरीक्षक ने बताया कि लड़की किसी अनहोनी या मानव तस्करी का शिकार न हो, इसके मद्देनजर चाइल्ड हेल्प डेस्क, गया को सूचना दी गई। सूचना मिलने के बाद चाइल्ड हेल्प डेस्क की सुपरवाइजर पुनीता कुमारी आरपीएफ पोस्ट पहुंचीं। सभी औपचारिकताओं के बाद लड़की को आगे की देखरेख और उचित कानूनी कार्रवाई के लिए चाइल्ड हेल्प डेस्क को सुपुर्द कर दिया गया। आरपीएफ की सतर्कता और त्वरित कार्रवाई से न सिर्फ लड़की को सुरक्षित बचा लिया गया, बल्कि किसी भी संभावित अनहोनी से उसे बचाया जा सका। इस पूरे मामले में आरपीएफ और चाइल्ड हेल्प डेस्क की टीम ने सराहनीय कार्य किया।