देवब्रत मंडल

रेलवे सुरक्षा बल की एक टीम ने पांच बाल श्रमिकों से मजदूरी कराने के लिए जयपुर ले जा रहे दो मानव तस्कर को गिरफ्तार करते हुए बच्चों को मुक्त कराया है। आरपीएफ पोस्ट के निरीक्षक प्रभारी बनारसी यादव ने बताया कि शनिवार को उपनिरीक्षक जावेद एकबाल, प्रआ. अमरेंद्र कुमार, आरक्षी बबलेश कुमार मीणा, अमित कुमार और जीआरपी की संयुक्त टीम ने देखा कि गया रेलवे स्टेशन के प्लेटफॉर्म सं-01 के मुख्य द्वार के पास दो व्यक्ति पांच नाबालिक बच्चे के साथ है। शक होने पर दोनों व्यक्ति तथा नाबालिक बच्चों को रोककर दोनों व्यक्तियों से पूछताछ की गई। जिसने अपना नाम धर्मेंद्र मांझी उम्र-25 वर्ष पिता-रामवृक्ष मांझी पता त्रिलोकी चक, थाना-टनकुपा, जिला-गया, बिहार तथा मनोवर हुसैन उम्र-50 वर्ष पिता-स्वर्गीय गुलाम सुब्हानी पता-बाजी बीघा, थाना-गुरारू, जिला-गया, बिहार बताया। नाबालिक बच्चों के बारे में पूछने पर बताया कि उनके गांव के ही हैं एवं सभी को लेकर जयपुर में चूड़ी फैक्ट्री में छोटा-मोटा काम करने के लिए लेकर जा रहे हैं। सभी बच्चों ने बताया कि इन्हें ₹5000 की महीना देने का प्रलोभन देकर उन्हें काम कराने जयपुर ले जाया जा रहा है। तत्पश्चात बच्चों के परिवार वालों से पूछताछ करने पर बताया कि उपरोक्त दोनों व्यक्तियो द्वारा बच्चों को बहला फुसलाकर एवं पैसे का लोभ लालच देकर बच्चों को जयपुर ले जाया जा रहा है।
श्री यादव ने बताया मामला मानव तस्करी/बाल मजदूरी का पाये जाने के बाद उपनिरीक्षक जावेद इकबाल द्वारा एक लिखित शिकायत के साथ जीआरपी को दोनों तस्करों के साथ नाबालिक बच्चों को सुपुर्द किया गया। जहां तस्कारों के खिलाफ कांड दर्ज किया गया है। तस्करों के चंगुल से मुक्त कराए गए नाबालिक बच्चो को चाईल्ड हेल्प डेस्क गया को सुपुर्द किया गया। उन्होंने बताया सभी बच्चे गया जिले के हैं।