जमीन पर बने थे पहले से घर, पर उसे परती बताकर कराया गया निबंधन, हुई जांच, की जाएगी कार्रवाई

Deepak Kumar
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वरीय संवाददाता देवब्रत मंडल

कॉटन मिल बालाजी नगर स्थित निर्मित घरों की मापी करते कर्मी

जिस जमीन घर बने थे, उस जमीन को परती बताकर निबंधन करा लिए जाने की शिकायत पर शुक्रवार को विभागीय जांच हुई। मामले की जांच में सही तथ्य छिपाकर रजिस्ट्री किए जाने की बात सत्य प्रतीत हुआ। जिससे निबंधन विभाग को भारी राजस्व की क्षति पहुंचाई गई। जिसका आंकलन किया जाएगा और संबंधित से वसूली की जाएगी। मामला गया शहर के कॉटन मिल बालाजी नगर से जुड़ा हुआ है। विभाग को लाखों रूपये के राजस्व का चुना लगाने का मामला सामने आया है। जिलाधिकारी डॉ त्यागराजन एसएम के निर्देश पर जिला अवर निबंधन पदाधिकारी राकेश के निर्देश पर निबंधन विभाग की एक टीम शुक्रवार को स्थलीय जांच करने पहुंची तो यह तथ्य सामने आया है।

राकेश कुमार ( अवर निबंधन पदाधिकारी )

शुक्रवार को निबंधन कार्यालय के कई कर्मचारी शहर के छोटकी नवादा स्थित कॉटन मिल बालाजी नगर में जांच को पहुंचे। कर्मियों ने स्थल का निरीक्षण करते हुए कई प्लॉट की मापी भी की। हालांकि जांच के दौरान यह बात सामने आया कि जो चर्चा और शिकायत थी कि मंदिर और छोटकी नवादा पुलिस अड्डा की जमीन को बेच दिया गया है, यह असत्य है। यह दावा एक पक्षकार ने मीडिया के समक्ष किया है। इस पक्षकार की मानें तो यह अफवाह फैलाई गई थी कि मंदिर और टीओपी की जमीन की खरीद बिक्री कर दी गई, वो सत्य से परे है। मंदिर प्रांगण में बना चबूतरा जांच के दायरे में आया है।

कॉटन मिल एरिया , बालाजी नगर

वहीं पक्षकार का कहना है कि टीओपी भवन जर्जर हालत में है, जिसे जल्द ही बनवाया जाएगा। इसके लिए प्रयास कर रहे हैं। लाखों लोगों की सुरक्षा का सवाल है। वहीं मंदिर के बारे में कहा कि ये उनके पूर्वजों ने बनवाया है। यह जमीन उनकी है, एनएलबीडी इसे कैसे बेच सकता है। वहीं जिनकी शिकायत पर जांच हुई उनका कहना है कि कई प्लॉट ऐसे भी है जो आम गैर मजरुआ और खास गैरमजरूआ है, जिसे भी एनएलबीडी के स्थानीय मैनेजर ने बेच दिया है। इसकी भी जांच की मांग सरकार से लेकर डीएम से कर चुके हैं।

शुक्रवार को जांच के दौरान संबंधित प्लॉट की मापी भी की गई। जिसपर कई मंजिला मकान बने पाए गए। जिसमें कुछ व्यवसायिक प्रतिष्ठान भी हैं। इस संबंध में अवर निबंधन पदाधिकारी राकेश कुमार ने बताया कि जांच में तथ्यों को छिपाकर रजिस्ट्री का मामला सामने आया है। संबंधित लोगों को नोटिस भेजकर जमीन के निबंधन के दौरान राजस्व के भारी हुए नुकसान की वसूली की जाएगी। डीएम के निर्देश पर कानूनी कार्रवाई भी होगी। विभाग ऐसे मामलों में काफी सख्त है। बता दें छोटकी नवादा मोहल्ले के रहने वाले पूर्व मुखिया रविन्द्र यादव राजस्व की क्षति पहुंचाने संबधित शिकायत राजस्व विभाग के सचिव से लेकर डीएम तक कर चुके हैं। इन्हीं की शिकायत पर यह जांच शुरू हुई है।

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