✍️देवब्रत मंडल

पशु तस्करी के एक गिरोह के द्वारा काफी संख्या में पशुओं को ले जाने की सूचना पर फतेहपुर थाना की पुलिस ने त्वरित कार्यवाही करते हुए एक दर्जन पशुओं को बरामद किया। परंतु किसी की गिरफ्तारी नहीं हो पाई। जिस गांव बरहोरियां से एक दर्जन मवेशियों को फतेहपुर थाना की पुलिस ने बरामद किया है, इस बरहोरियां गांव के एक व्यक्ति का इस गिरोह से अच्छा ताल्लुकात रहा है। यदि फतेहपुर पुलिस इस कांड के घटित होने से दो महीने पहले गया जिले के वजीरगंज थाना कांड संख्या 301/ 2024 का अध्ययन कहें या जांच करती है तो खुद व खुद तस्वीर साफ होने में सहायक साबित हो सकता है।
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आइये देखें वजीरगंज थाना के कांड संख्या 301 क्या कहता है?

सेवा में,
श्रीमान् थानाध्यक्ष महोदय वजीरगंज थाना गया।
महाशय,
निवेदनपूर्वक सूचित करना है कि मैं स०अ०नि० पवन कुमार पाठक वर्तमान से वजीरगंज थाना में पदस्थापित हूँ। दिनांक-15.05.24 को 17 बजे मैं सशस्त्र बल के गृह०-12943, रामाशीष प्रसाद, गृह0-12953 राजेन्द्र प्रसाद गृह0-12340 अरविन्द प्रसाद के साथ संध्या गश्ती में सरकारी वाहन से प्रस्थान किया था। गश्ती के क्रम में 20:30 बजे धानाध्यक्ष महोदय द्वारा सूचना मिला की एक ट्रक पर मवेशी को क्रुरता पूर्वक लादकर तस्करी के लिये लेकर आ रहा है जो नवादा तरफ जायेगा। तत्काल सूचना के सत्यापन में हमलोग इंचुआ पर थे तभी विपरित दिशा से एक ट्रक आते देखा जो पुलिस वाहन को देख उक्त ट्रक का चालक ट्रक रोका तथा उसने से दो व्यक्ति उतर कर भागने लगा। जिसे साथ रहे बल के सहयोग से उक्त दोनों भाग रहे व्यक्ति को पकड लिया गया। पकड़ाये दोनों व्यक्ति से नाम पता पूछा तो दोनों ने अपना-अपना नाम क्रमशः 1 मो० रईस उम्र करीब 41 वर्ष पे०-रख० मी० नफीस सा०-वार्ड नं0-10, अमिनगर सराई, बागपत, उत्तर प्रदेश तथा 2 गो० सुहैल उम्र करीब 20 वर्ष पे० मी० इमरान, मुहल्ला-काजीबाड़ा, थाना कोतवाली, जिला-सामती, उत्तरप्रदेश बताया। वापस आकर ट्रक का तलाशी लेने हेतु में अगल-बगल के साक्षियों का खोजबिन किया, परन्तु रात्री अधिक होने के कारण कोई भी स्थानीय साक्षी उपस्थित नहीं हुये तो साथ रहे सशस्त्र बल के गृह०-12943, रामाशीष यादव २०-स्व० धनुक यादव सा०-कनीची गृह०-12953, राजेन्द्र प्रसाद पे-स्थ० बालकेश्वर यादव, सा०-चैनपुर थाना-टनकुष्पा जिला गया को स्वतंत्र साक्षी मानते हुये में विधिवत तलाशी लिया तो एक दस चक्का मालवाहक ट्रक(कंटेनर) जिसका रजि० नं०-BR-50GA 8820 चेचित नं0-MB1 CWKHD5PPRZ4072 इंजन नं०-PRPZ149028 के डाला में काला रंग का 37 भैस 11 भैसा 5 काड़ी 12 काड़ा कुल 65 मवेशी कुरता पूर्वक एक दुसरे पर लदा हुआ तथा कुछ भैसा का मुंह एवं पूछ बंधा था बरामद हुआ। पूछताछ करने पर चालक द्वारा मवेशियों के खरीदारी से संबंधित कागजात प्रस्तुत किया गया और बताया गया कि यह सभी मदेशी पैगाम खान पे०-मौजी खान, सा०-बढ़होरिया, थाना-फतेहपुर ज़िला गया के माध्यम से लिये हैं। चूंकि सभी मवेशियों को एक दुसरे के ऊपर ठुस-ठुस कर क्रूरतापूर्वक लोड कर परिवहन किया जा रहा है जो पशु कुरता अधिनियम के अधीन संज्ञेय अपराध के श्रेणी में आता है। इसलिये उक्त मवेशियों का ट्रक सहित विधिवत जप्ती सूची बनाकर जप्त किया तथा सभी मवेशियों को पुर्नवास हेतू दिनांक-16.05.24 को करीब 01:30 बजे पूर्वाहन महर्षि व्यवन गौ ज्ञान फांउडेशन गौशाला ग्यान देवकुंड पो० रामपुर जिला औरंगाबाद संस्थान के संरक्षण में जिम्मेनामा पर जमा किया तथा जप्त ट्रक को सुरक्षार्थ थाना परिसर में रखा तथा पकड़ाये दोनों व्यक्तियों को विधिवत गिरफ्तारी ज्ञाप बनाकर गिरफ्तार किया। जप्त ट्रक, जप्ती सूची एवं गिरफ्तार व्यक्तियों के साथ थाना पर आये तथा अपना टंकित आवेदन दिये।
इस प्रकार अवैध रूप से कुरता पूर्वक मवेशियो का परिवहन करना एक संज्ञेय अपराध है जिसमें प्राथमिकी नामजद अभियुक्तों 1. मो० रईस उम्र करीब 41 वर्ष पे०-स्व० मो० नफीस, सा० वार्ड नं0-10. अमिनगर सराई, बागपत उत्तरप्रदेश तथा 2. मी० सुहैल उम्र करीब 20 वर्ष पे०-मो० इमरान् मुहल्ला-काजीबाड़ा थाना कोतवाली, जिला-सामली उत्तरप्रदेश एवं 3. पैगाम खान पे०-मौजी खान, सा०-बरहोरियां थाना-फतेहपुर जिला गया एवं 4. वाहन मालिक के विरूद्ध सुसंगत धाराओं में प्राथमिकी दर्ज करने की कृपा की जाय।
इन दोनों का सीडीआर की जांच हो तो कुछ खुलासा हो
मो. पैगाम खान के बारे में जो जानकारी प्राप्त हुई है वो कितना सत्य है, इसकी पुष्टि ‘मगध लाइव’ नहीं करता है लेकिन जो बात सामने आई उसके अनुसार फतेहपुर थाना में तैनात एक चौकीदार कोई मो. खान से गहरा/करीब का रिश्ता है। चर्चा है कि पैगाम और चौकीदार के दोनों के मोबाइल के कल (21.07.2024) की घटना की सूचना से पहले और इसके बाद से कांड के दर्ज होने के बाद तक के कॉल डिटेल को यानी सीडीआर निकाला जाए तो कुछ और स्पष्ट हो सकता है। वहीं एक चर्चा यह भी है कि पैगाम का एक पंचायत प्रतिनिधि से गहरी दोस्ती भी है और इस तरह के अवैध कार्य में बेहतर संबंध भी है। कल(21.07.2024) को फतेहपुर थाना क्षेत्र के बरहोरियां गांव के ही रहने वाले पंचायत प्रतिनिधि के भी मोबाइल कॉल का सीडीआर निकाला जाए तो कुछ और साफ हो सकता है।
बहरहाल ताजी और पुरानी घटना से संबंध
बहरहाल, चर्चा को इस कांड से अलग रखकर वजीरगंज थाना में दर्ज कांड संख्या 301/24 और फतेहपुर थाना क्षेत्र के बरहोरियां गांव से बरामद एक दर्जन भैस मामले में दर्ज की गई एफआईआर के साथ कांड का तकनीकी रूप से अनुसंधान किया जाता है इस गिरोह में शामिल लोगों के कई और चेहरे सामने आ सकते हैं।