
बिहार के सभी जिलों में 03 अगस्त से जाति आधारित गणना का कार्य पुनः प्रारंभ किया गया है। उक्त परिपेक्ष में गुरुवार को जिला पदाधिकारी डॉ. त्यागराजन एसएम ने फतेहपुर एवं टनकुप्पा में जाति आधारित गणना के कार्यों का स्वयं स्थल पर जाकर वस्तुस्थिति से अवगत हुए। फतेहपुर में निरीक्षण के दौरान उन्होंने प्रखंड स्तर पर बनाये गए मोनिटरिंग सेल ( कंट्रोल रूम) में किये जा रहे कार्य को देखा। बताया गया कि 53 प्रगणक के विरुद्ध 49 प्रगणक फील्ड में जाकर जाति आधारित गणना से संबंधित कार्य कर रहे हैं। शेष 4 अनुपस्थित रहे हैं। उन्होंने प्रखंड विकास पदाधिकारी फतेहपुर को निर्देश दिया कि तकनीकी सहायकों का एक टीम बनाकर तकनीकी सेल बनाएं। साथ ही रंगा नाका को पंचायत वार टैगिंग करें। उन्होंने कहा कि ऑनलाइन एंट्री को ध्यान में रखते हुए एक बड़े आकार का कमरा चिन्हित रखें। जहां पर्याप्त लॉजिस्टिक यथा बेंच, टेबल, पर्याप्त रोशनी की व्यवस्था, पंखा, कंप्यूटर सिस्टम इत्यादि का पूरा व्यवस्था रखें। उन्होंने कहा कि अपने नियंत्रण कक्ष को पूरा तगड़ा रखें लगातार प्रगणकों से जानकारी लेते रहे।


उन्होंने प्रखंड विकास पदाधिकारी को निर्देश दिया कि जाति आधारित गणना के कार्य में भरे गए विभिन्न परिपत्रों को पूरी अच्छी तरीके से संरक्षित रखें पर पत्रों का प्रॉपर मेंटेनेंस सामग्रियों का रिसीविंग रजिस्टर मेंटेनेंस इत्यादि को पूरी अच्छे तरीके से पालन करें। किसी अच्छे सुरक्षित स्थान पर रखें। बारिश का मौसम है इसे पूरी ध्यान में रखें। सभी एक एक प्रपत्र काफी अहम है इसलिए उसे पूरी अच्छे तरफ से सुरक्षित रखें। इसके पश्चात डीएम ने टनकुप्पा में जाकर जाति आधारित गणना के किए जा रहे कार्य का अवलोकन किया बताया गया कि 30830 सर्वे में से एक 21348 सर्वे का कार्य पूर्ण कर लिया गया है। संध्या तक और अधिक होने की संभावना है। उन्होंने स्पष्ट निर्देश दिया कि सभी प्रपत्रों को अच्छे तरीके से समेकित कर सुरक्षित रखना सुनिश्चित करें। कार्यपालक सहायकों द्वारा सही तरीके से एंट्री हो, किसी प्रकार की कोई गलत एंट्री ना हो, इसके लिए पूरी निगरानी आवश्यक है।