टिकारी संवाददाता: टिकारी के केसपा में आयोजित लक्ष्मी नारायण महायज्ञ में रामायणी बाबा के श्री राम कथा सुनने के लिए श्रद्धालुओं की काफी भीड़ देखी गई। उन्होंने कहा कि भगवान श्री राम का जीवन नर से नारायण बनने के कहानी है। भगवान राम ने बाल्यकाल से जीवन के उच्च आदर्श को स्थापित किया। वंही संध्या काल में साध्वी शिखेश्वरी देवी द्वारा भक्तों को हिरणकश्यप और प्रहलाद की कथा सुनाई गई। भगवान विष्णु ने अपने परम भक्त प्रहलाद की रक्षा के लिए नरसिंह अवतार लिया ब्रह्मा जी के वचनों का लाज रखते हुए हिरणकश्यप का वध किया और प्रहलाद की रक्षा की। वंही स्वामी पुरूषोत्तमाचार्य जी महाराज द्वारा लक्ष्मी नारायण महायज्ञ की कथा सुनाई गई। उन्होंने कहा कि हर व्यक्ति को सही सलाह देने वाली उसकी पत्नी होती है। मंदोदरी ने भी रावण को सही सलाह दिया था। लेकिन रावण ने अपनी पत्नी का सलाह नहीं मानकर अपना सर्वनाश किया। जिस दौर में एक से अधिक पत्नी रखना राजा की शान का प्रतीक माना जाता था उस दौर में भगवान राम ने एक पत्नी रखकर नारी धर्म का मान बढ़ाया।

माता सीता के वनवास गमन के उपरांत भगवान राम ने अश्वमेध यज्ञ के दौरान सीता की स्वर्ण मूर्ति के साथ यज्ञ कार्य को पूर्ण किया था। नारी का सम्मान करना हर मनुष्य का परम कर्तव्य है। जहां नारी की पूजा होती है, वही देवता का वास होता है। उन्होंने कहा कि भगवान राम के पूर्वज राजा भागीरथ के प्रयास से मां गंगा धरती पर अवतरित हुई और आज तक सभी का उद्धार कर रही है। स्वामी जी आशीर्वाद लेने और प्रवचन सुनने वाले महत्वपूर्ण लोगों में गया लोकसभा के सांसद प्रतिनिधि सह ज्ञान भारती सीनियर सेकेंडरी स्कूल के निदेशक रोमित कुमार, सेवानिवृत प्राचार्य डा. शियाराम सिंह, जदयू महिला प्रदेश उपाध्यक्ष ममता शर्मा, डा. बी डी शर्मा सहित दर्जनों लोगों का नाम शामिल है।