गया के पीएमश्री केंद्रीय विद्यालय क्रमांक 1 में एक ऐतिहासिक और भावनात्मक पुनर्मिलन समारोह का आयोजन किया गया। यह विशेष सम्मेलन उन पूर्व छात्रों के लिए था, जिन्होंने 47 साल पहले इसी विद्यालय में शिक्षा ग्रहण की थी। वर्षों बाद अपने पुराने दोस्तों और शिक्षकों से मिलने की खुशी उनके चेहरों पर झलक रही थी।
दीप प्रज्वलन से हुई कार्यक्रम की शुरुआत
समारोह का शुभारंभ दीप प्रज्वलन और सरस्वती वंदना के साथ हुआ। विद्यालय के प्राचार्य अशोक कुमार गुप्ता ने अपने स्वागत संबोधन में कहा, “आज का दिन हमारे लिए बेहद खास है। हमारे पुराने छात्र फिर से हमारे बीच हैं, यह हमारे विद्यालय के लिए गर्व का क्षण है।”
यादों का सफर: जब 47 साल बाद मिले सहपाठी

इस सम्मेलन में देश के विभिन्न हिस्सों से पूर्व छात्र पहुंचे, जिनमें समरेंद्र कुमार भी शामिल थे। उन्होंने कहा, “यह विद्यालय हमारे जीवन की नींव रहा है। आज 47 साल बाद फिर से अपने साथियों और शिक्षकों से मिलकर भावनाओं का सैलाब उमड़ पड़ा है।”
पुराने दोस्तों ने एक-दूसरे को गले लगाया, अपने बचपन के दिनों को याद किया और विद्यालय के प्रांगण में घूमते हुए पुरानी यादों को ताजा किया। कई पूर्व छात्रों ने साझा किया कि यह विद्यालय न केवल उनकी शिक्षा का केंद्र था, बल्कि यहां उन्होंने जीवन के महत्वपूर्ण सबक भी सीखे।
सांस्कृतिक प्रस्तुतियों ने बढ़ाई कार्यक्रम की शोभा

कार्यक्रम में विद्यालय की छात्राओं ने सरस्वती वंदना प्रस्तुत की, जिसके बाद संगीत, नृत्य और नाट्य प्रस्तुतियों ने माहौल को संगीतमय बना दिया। पूर्व छात्रों ने भी मंच पर आकर अपने हुनर का प्रदर्शन किया, जिससे यह सम्मेलन और भी यादगार बन गया।
विदाई के साथ मिला दोबारा मिलने का वादा
सम्मेलन के समापन पर प्राचार्य अशोक कुमार गुप्ता ने सभी का आभार व्यक्त करते हुए कहा, “हम उम्मीद करते हैं कि हमारे पूर्व छात्र आगे भी हमारे साथ जुड़े रहेंगे और इस रिश्ते को और मजबूत बनाएंगे।”
इस भावुक मिलन ने साबित कर दिया कि समय बीत सकता है, लेकिन यादें और संबंध कभी पुराने नहीं होते। पूर्व छात्रों ने एक-दूसरे से वादा किया कि वे फिर से मिलेंगे और इस परंपरा को आगे बढ़ाएंगे।