गया नगर निगम का मंत्रिमंडलीय समूह(सशक्त स्थायी समिति) के एक सदस्य वार्ड पार्षद धर्मेंद्र कुमार ने दो महीने पहले सशक्त स्थायी समिति के सदस्य पद से इस्तीफा दे दिया था। तब के बाद से इस समिति का एक सदस्य आज के दिन तक रिक्त पड़ा हुआ है।
उत्तराधिकारी की तलाश जारी या फिर कुछ और…
वार्ड नं 20 के पार्षद धर्मेंद्र कुमार द्वारा जब दो महीने पहले सशक्त स्थायी समिति के सदस्य पद से इस्तीफा दे दिया था तो उसके बाद से कयास लगाए जा रहे थे कि इनके बाद किसी एक पार्षद को इस समिति में जगह बहुत जल्द ही मिल सकती है लेकिन, लगता है कि अबतक उत्तराधिकारी की तलाश पूरी नहीं हो पाई है।
कहीं ऐसा तो नहीं कि विस चुनाव पर असर पड़ जाए
दअरसल बात है कि बिहार में विधानसभा चुनाव इसी साल होने वाला है। चर्चा है कि इस चुनाव में वार्ड पार्षद अखौरी ओंकारनाथ उर्फ मोहन श्रीवास्तव जो कि सशक्त स्थायी समिति के सदस्य भी हैं, फिर एकबार अपना चुनावी भाग्य आजमाएंगे। ऐसे में रिक्त पद पर यदि किसी एक पार्षद को ले लिया जाता है तो कहीं इसका असर कहीं विधानसभा चुनाव पर न पड़ जाए। इसलिए भी किसी पार्षद का अबतक रिक्त पद पर चयन नहीं किया जा सका है।
रिक्त पद भरने के लिए मेयर को है विशेषाधिकार
गया नगर निगम के नौ सदस्यीय सशक्त स्थायी समिति के रिक्त पद पर किसी पार्षद को नामित करते हुए उन्हें समिति में स्थान देने का विशेषाधिकार मेयर को प्राप्त है। वे जब चाहें खाली पद को भर सकते हैं। एक सदस्य का पद रिक्त रहने से समिति के कार्यकलापों पर कोई खास असर नहीं पड़ता है लेकिन कई पार्षद इस जगह को पाने के लिए लालायित हैं।