गांव का भ्रमण कर बिखरे मूर्तियों की एसडीओ ने जाना उसका इतिहास

टिकारी संवाददाता: पौराणिक गांव केसपा में प्राचीन काल मे निकले भगवान बुद्ध की अद्भुत आदमकद प्रतिमा से प्ररेणा के आधार पर पहली बार शुक्रवार को बुद्ध पूर्णिमा महोत्सव का आयोजन किया गया। एसडीओ करिश्मा ने गणमान्य अतिथियों के बीच महोत्सव शुभारंभ कार्यक्रम का दीप प्रज्वलित कर उद्घाटन किया। इससे पूर्व एसडीओ ने जानकर ग्रामीणों के साथ गांव का भ्रमण करते हुए खुले आकाश में पड़े भगवान बुद्ध की प्रतिमा का दर्शन किया। इस दौरान जानकारों ने बताया कि 1928 में पहली बार राहुल सांस्कृत्यायन ने केसपा यात्रा के क्रम में इस प्रतिमा को देखा और बतलाया कि यह गौतम बुद्ध की प्रतिमा है। तब से आज तक ग्रामीण उनकी पूजा पाठ करते आ रहे हैं। इस क्रम में एसडीओ ने गांव में खुदाई से प्राप्त कमल का फूल, गरुड़ पर सवार भगवान विष्णु, भगवान सूर्य की प्रतिमा का दर्शन और इसका इतिहास जाना।

वंही बौद्ध महोत्सव कार्यक्रम का शुभारंभ करते हुए एसडीओ करिश्मा ने गांव में एक संग्रहालय की आवश्यकता पर बल देते हुए बिखरी असंख्य मूर्तियों को संग्रहित करने की अपील की। साथ ही उन्होंने कहा कि इस गांव में पर्यटन की असीम संभावना पर बोलते हुए कहा कि प्रशासन द्वारा प्रस्ताव भेजा गया है। पंचायत की ओर से मुखिया द्वारा भी प्रस्ताव भेजे जाने का सुझाव दिया और सब मिलकर प्रयास करने की अपील की। इस अवसर पर पूर्व जिला पार्षद सत्येंद्र नारायण ने टिकारी में केसपा द्वार का निर्माण करने का प्रस्ताव रखते हुए 51 हजार का सहयोग राशि देने की घोषणा की। कार्यक्रम को बृजमोहन शर्मा, पैक्स अध्यक्ष सत्येंद्र शर्मा, शिक्षाविद सुधीर कुमार, धर्मज्ञाता प्रो. अरुण शर्मा, सिद्धार्थ कुमार आदि कई लोगों ने संबोधित किया। कार्यक्रम का आयोजन साहित्यकार इं. हिमांशु शेखर और अध्यक्षता मुखिया प्रतिनिधि अमिताभ कुमार ने किया। महोत्सव को सफल बनाने में श्याम कृष्णा, विक्रम कुमार व ग्रामीणों ने अहम योगदान दिया।