देवब्रत मंडल
गया: बिहार में शराबबंदी लागू होने के बाद से तस्कर नए-नए हथकंडे अपनाकर शराब की सप्लाई कर रहे हैं। कभी एम्बुलेंस में शराब लाई जाती है, तो कभी बाइक की टंकी में छुपाकर इसे गंतव्य तक पहुंचाया जाता है। लेकिन इस बार मद्य निषेध विभाग ने ऐसा खुलासा किया है जिसे सुनकर आप भी हैरान रह जाएंगे।

गया जिले के डोभी चेकपोस्ट पर जांच के दौरान मद्य निषेध विभाग की टीम ने हिंदुस्तान पेट्रोलियम के टैंकर से 117 कार्टून विदेशी शराब जब्त की है। इस टैंकर में कुल 5616 बोतलें छुपाकर झारखंड से बोधगया ले जाई जा रही थीं। इस मामले में वाहन चालक गणेश कुमार को गिरफ्तार किया गया है, जो वैशाली जिले का रहने वाला बताया जा रहा है।
फेरीवाले के भेष में साइकिल से कर रहा था शराब की तस्करी

शराब माफिया अब इतनी सफाई से काम कर रहे हैं कि पहचान पाना मुश्किल हो रहा है। इसी कड़ी में एक शातिर तस्कर साइकिल फेरीवाले के भेष में गया में शराब की तस्करी कर रहा था। मद्य निषेध विभाग की टीम ने शक के आधार पर उसे रोका और जांच की, तो उसके पास से 131 लीटर विदेशी शराब, बीयर और देसी चुलाई शराब बरामद हुई।
गिरफ्तार तस्कर की पहचान मुकेश चौधरी के रूप में हुई है, जो गया जिले के मगध मेडिकल थाना क्षेत्र के केंदुआ का रहने वाला है। पूछताछ में उसने कबूल किया कि झारखंड से शराब लाकर गया में बेची जानी थी।
तस्करी के नए-नए तरीके, लेकिन सतर्क प्रशासन
गया जिले के सहायक आयुक्त मद्य निषेध प्रिय रंजन ने बताया कि शराबबंदी के बावजूद तस्कर नित नए तरीके अपना रहे हैं, लेकिन प्रशासन पूरी सतर्कता बरत रहा है। पेट्रोलियम टैंकर से शराब की तस्करी हो या फेरीवाले के भेष में सप्लाई, विभाग लगातार नजर बनाए हुए है और ऐसे अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जा रही है।
बिहार में शराबबंदी के बावजूद जारी तस्करी, कब खत्म होगा ये खेल?
बिहार में शराबबंदी के बाद भी शराब माफियाओं की गतिविधियां थमने का नाम नहीं ले रही हैं। एम्बुलेंस, बाइक, टैंकर और अब फेरीवाले के भेष में तस्करी के मामले सामने आ रहे हैं। सवाल यह है कि क्या प्रशासन की कार्रवाई से यह काला धंधा पूरी तरह खत्म हो पाएगा, या फिर शराब माफिया नए-नए हथकंडों से इसे जारी रखेंगे?