
टिकारी संवाददाता: रकवा से मउ पईन तक वर्षों से निर्माणधीन नाला में जल जमाव की समस्या को लेकर नगर परिषद प्रशासन शनिवार को सजग हुई। नप के सफाईकर्मियों द्वारा नाला के मुहाने पर मउ पईन की सफाई का कार्य शुरू कराया गया। हालांकि नप के प्रयास के बावजूद भी नाला से जल निकासी नही हो पाई। हालात यह है कि नाला का पानी का बहाव कई जगहों पर ऊपर हो रहा है। नाला के किनारे स्थित चिल्ड्रन पार्क में भी नाला का पानी घुसने लगा है। लोगो की माने तो बारिश यदि अधिक हुई तो नप क्षेत्र के कई आवासीय हिस्से में जल जमाव की समस्या उत्पन्न हो सकती है।
मामले को लेकर दो माह पूर्व ही आवेदन देकर नाला व पईन पर की गई अतिक्रमण, निर्माण के दौरान की गई भराव को हटाने की मांग की गई लेकिन नप द्वारा कोई कार्रवाई नही की गई। प्रभारी सफाई निरीक्षक नारायण सिंह ने बताया कि पईन की उड़ाही करा जल निकासी कराई जा रही है। सामाजिक कार्यकर्ता जैन कॉलोनी निवासी रणजीत कुमार ने नप प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाया व कहा कि नप किसी अनहोनी घटना का इंतजार कर रही है तभी सचेत होगी। नाला निर्माण की दिशा में कार्रवाई नही होती है आमजन सड़क पर उतरेंगे।
2.69 करोड़ की लागत से बनना है 2900 फिट लंबा नाला
वर्ष 2020 में तत्कालीन नगर पंचायत द्वारा वित्तीय वर्ष 2020-21 की योजना संख्या 01/SBD के तहत टिकारी नप क्षेत्र स्थित मउ पईन से नन्दन बिगहा होते रकवा तक 2900 फिट लम्बी नाला का निर्माण किया जाना है साथ ही साथ नाला के ऊपर समांतर पथ का भी निर्माण किया जाना है। निर्माण की कुल लागत दो करोड़ 69 लाख रूपये प्रकाल्लित की गई है। एक वर्ष में पूर्ण करने वाला यह कार्य चार वर्षों में भी पूर्ण नही हो सका। संवेदक द्वारा महज कुछ जगहों पर नाला को ढका गया है वहीं अधिकांश जगह खुला पड़ा है। 10 फिट गहरे नाला में कई बार मवेशी डूब चुके है जिसे कड़ी मशक्कत के बाद निकाला जा सका है।