देवब्रत मंडल
गया बार एसोसिएशन के लिए चुनावी बिसात बिछ गई है। 17 अप्रैल को मतदान होना है। नामांकन पत्र दाखिल करने के बाद नामांकन पत्रों की जांच के बाद अध्यक्ष, सचिव और कोषाध्यक्ष पद के लिए मुख्य रूप से उम्मीदवार तय हो चुके हैं। वैसे तो उपाध्यक्ष, संयुक्त सचिव, सहायक सचिव, अंकेक्षक, कार्यकारिणी सदस्य पद के लिए चुनाव होने हैं लेकिन मुख्य मुकाबला अध्यक्ष, सचिव और कोषाध्यक्ष पद के लिए माना जा रहा है। बिहार में शायद ही कोई चुनाव ऐसे होते हैं जिसमें जातीय समीकरण से जोड़कर नहीं देखा गया हो। ऐसे में गया बार एसोसिएशन के लिए होने जा रहे चुनाव भी इससे अछूता नहीं रह जाता है। यहां भी जातीय समीकरण बढ़िया बनाकर चुनाव जीतने के लिए सभी उम्मीदवारों ने हिसाब किताब लगाना शुरू कर दिया है।
जहां तक अध्यक्ष पद की बात करें तो इस बार इंदु सहाय एवं राजन प्रसाद एक ही जाति कायस्थ से आते हैं।
जबकि बीरेंद्र कुमार अतिपिछड़ा वर्ग चंद्रवंशी(कहार) हैं, बिंदेश्वरी प्रसाद (दांगी) तथा केशर सरफुद्दीन मुस्लिम समुदाय से आते हैं। जबकि सचिव पद पर प्रदीप कुमार, रविन्द्र प्रसाद सिन्हा उर्फ टेंडा सिंह कायस्थ जाति के हैं। संजय कुमार सिंह राजपूत, जगदीश प्रसाद यादव(यादव)जाति के हैं, रजनीश कुमार सिंह उर्फ गुड्डू बाबू ( भूमिहार ब्राह्मण), रतन कुमार सिंह(बनिया) तथा रबिन्द्र प्रसाद कुर्मी जाति के हैं। टीकम चंद्र देव कुमार किस जाति से आते हैं मालूम नहीं हो सका है। जबकि कोषाध्यक्ष पद के लिए केवल तीन उम्मीदवार चुनाव में हैं। जिनमें प्रदीप कुमार कायस्थ, एवरेस्ट श्रीवास्तव कायस्थ मनोज कुमार अतिपिछड़ा वर्ग बढ़ई जाति के हैं जबकि शशि भूषण मालवीय ब्राह्मण जाति के हैं। सारे उम्मीदवार अपने अपने पक्ष में मतदाताओं(अधिवक्ता) को गोलबंद करने में जुट गए हैं। सोशल मीडिया अकाउंट पर, जनसंपर्क अभियान चलाकर सभी मतदाताओं से अपने पक्ष में वोट करने की अपील करते देखे जा रहे हैं। लेकिन बुद्धिजीवी वर्ग से आने वाले अधिवक्ता इस मामले में खुलकर कुछ कहने से परहेज करते हैं।